दीपिका-शोएब के घर आया नन्हा मेहमान:बच्चे की हुई प्री-मैच्योर डिलीवरी

Dipika Shoaib Blessed with Baby Boy: ‘ससुराल सिमर का’ एक्ट्रेस दीपिका कक्कड़ और एक्टर शोएब इब्राहिम बच्चे के पेरेंट्स बने हैं। दीपिका ने 21 जून को एक बेबी बॉय को जन्म दिया है। इस बात की जानकारी खुद शोएब और दीपिका ने अपने इंस्टाग्राम पर दी। Instagram पर शेयर करते हुए शोएब ने लिखा-

‘अलहमदुलिल्लाह, आज सुबह 21 जून को हमारे घर बेटे का जन्म हुआ है। यह प्री-मैच्योर डिलिवरी है। हालांकि, कोई घबराने वाली बात नहीं है। आप सभी की प्रार्थनाओं की जरूरत है।’

Dipika kakkar Shoaib Ibrahim Blessed with Baby Boy
Dipika kakkar Shoaib Ibrahim Blessed with Baby Boy

22 जनवरी को कपल ने की थी प्रेग्नेंसी की अनाउंसमेंट

दीपिका- शोएब ने 22 जनवरी को सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए प्रग्नेंसी की अनाउंसमेंट की थी।शोएब ने पोस्ट शेयर करते हुए लिखा-

“आभार, खुशी, उत्साह और घबराहट के साथ हम आप सभी से ये खबर साझा कर रहे हैं। ये हमारी लाइफ का खूबसूरत पल है। हां हम अपने पहले बच्चे की उम्मीद कर रहे हैं। जल्द ही हम पेरेंट्स बनने वाले हैं। आपकी ढेर सारी दुआओं और प्यार की जरूरत है हमारे नन्हें मेहमान के लिए।”

5 साल के वैवाहिक जीवन के बाद मिला बेबी बॉय

दीपिका और शोएब के घर में शादी के पूरे 5 साल बाद किलकारियाँ गूंजी है।

बच्चे की हुई प्री-मैच्योर डिलीवरी जानते है Premature delivery meaning

आपको हम बताते है – Premature delivery meaning’ कहा जाता है, एक ऐसी स्थिति है जब गर्भावस्था के दौरान बच्चा अप्राय: पूरे समय जन्म हो जाता है। यह तब होता है जब बच्चा 37 सप्ताह से पहले जन्म लेता है। यह एक सामान्य समस्या है जो कई माताओं को प्रभावित करती है। Premature delivery meaning के दौरान, बच्चा पूरी तरह से विकसित नहीं होता है और जन्मांग में समस्याएं हो सकती हैं।

Premature delivery meaning के कारणों को समझना आवश्यक है। यह समस्या कई कारकों के कारण हो सकती है, जैसे माता की स्वास्थ्य समस्याएं, गर्भ में इंफेक्शन, गर्भावस्था के दौरान दिखाई देने वाली किसी भी समस्या या अनियमित जीवनशैली।

Premature delivery meaning के लक्षणों को पहचानना भी महत्वपूर्ण है। अगर महिला को गर्भावस्था के दौरान निम्नलिखित लक्षणों में से कोई दिखाई दे, तो वह तुरंत चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए:

  • अचानक योनि से सफेद पानी का निकलना
  • गर्भाशय में दर्द या अपने पेट में ऐंठन
  • पेट के नीचे की ओर तीव्र दर्द या दबाव
  • पेट में अनाराम या तनाव की अनुभूति
  • बच्चे की गतिविधि कम होना या विश्राम की अवस्था में बदलाव